साकी को गिला है कि उसकी बिकती नहीं शराब
साकी को गिला है कि उसकी बिकती नहीं शराब, और एक तेरी आँखें हैं कि होश में आने नहीं देती।,
साकी को गिला है कि उसकी बिकती नहीं शराब Read More »
साकी को गिला है कि उसकी बिकती नहीं शराब, और एक तेरी आँखें हैं कि होश में आने नहीं देती।,
साकी को गिला है कि उसकी बिकती नहीं शराब Read More »
तेरी आंखों की तारीफ करते थकता नही मैं, उन्हें देखे बिना एक दिन रहता नहीं मैं,
उनमें ही बस जाऊं ऐसी आस रखता हूं मैं।,
तेरी आंखों की तारीफ करते थकता नही मैं Read More »
बिना पूछे ही सुलझ जाती हैं सवालों की गुत्थियाँ, कुछ आँखें इतनी हाज़िर-जवाब होती हैं।,
बिना पूछे ही सुलझ जाती हैं सवालों की गुत्थियाँ Read More »
दुश्मन बनी बैठी है यह, शहर भर की इमारते,
जब से एक महबूब,
की आंखें गली से लड़ी है,
दुश्मन बनी बैठी है यह Read More »