ज़िंदगी कि असली उड़ान बाकी है ,
ज़िंदगी के कई इम्तेहान अभी बाकी है ,
अभी तो नापी है मुट्ठी भर ज़मीन हमने ,
अभी तो सारा आसमान बाकी है!
ज़िंदगी कि असली उड़ान बाकी है ,
ज़िंदगी के कई इम्तेहान अभी बाकी है ,
अभी तो नापी है मुट्ठी भर ज़मीन हमने ,
अभी तो सारा आसमान बाकी है!